Best Loan Settlement in 2024 एक बार देगा सुकून पर बाद में होगा गहरा ‘दर्द’, जानिए, क्यों इससे बचने में ही है
वित्तीय सेवा प्रदाता फार्म मोती लाल ओ सवाल की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में पिछले साल परिवारों पर कर्ज सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 40 फीसदी के हो गया.
इससे पता चलता है कि भारतीय अब जमकर कर्ज ले रहे हैं. कुछ लोग समय पर कर्ज नहीं चुका पाते और उनका लोन डिफॉल्ट भी हो जाता है.
बहुत से कर्जदारों को बैंक कुल लोन राशि का कुछ हिस्सा एक मुश्त चुकाकर पूरा लोन चुकता करने का विकल्प भी देते हैं.
इसे loan settlement कहते हैं. बहुत से लोग इस सुविधा का लाभ यह सोचकर उठा भी लेते हैं कि कम राशि चुकाकर लोन खत्म करने में हर्ज ही क्या है.
यही वजह है कि वित्तीय सलाहकार, लोगों को loan settlement ऑप्शन का इस्तेमाल पानी के पूरी तरह सिर के उपर से गुजर जाने के बाद ही करने की सलाह देते हैं.
कर्ज के जाल से बाहर आने का यह तरीका भले ही लुभावना लगे, लेकिन, भविष्य में यह आपके लिए कुछ संकट खड़े कर सकता है.
हां, हालत इतने खराब हो जाएं कि loan settlement के अलावा और कोई चारा ही न हो तो इस विकल्पों को चुनते वक्त पूरी तरह सावधान और सतर्क रहना चाहिए.
कर्ज सेटलमेंट के लिए ग्राहक बैंक या कर्ज देने वाली संस्था से संपर्क कर सकता है. कई मामलों में बैंक खुद
बैंक आमतौर पर लंबे समय से डूबे कर्ज के कुछ हिस्से की रिकवरी के लिए loan settlement ऑफर करता है. इसके लिए बाकायदा कागजी कार्रवाई की जाती है.
कर्जदार Setelment कराने के बाद आगे जाकर होने वाले नुकसान की अक्सर अनदेखी कर देता है. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐंड्रोमेडा सेल्स ऐंड डिस्ट्रीब्यूशन में Co-CEO राउल कपूर का कहना है